आदिम जाति तथा अनुसूचित विकास विभाग द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के हितार्थ संचालित योजनाएं
क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम
1. स्थानीय विकास कार्यक्रम:
योजनान्तर्गत विशेष केन्द्रीय सहायता के मद में प्राप्त राशि से परियोजना सलाहकार मण्डल की सलाह एवं स्वीकृति से जिले की आदिवासी उपयोजना क्षेत्र लघु अंचल क्षेत्र एवं डामा पाॅकेट क्षेत्र में स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप प्राथमिकता के आधार पर देय जल सुविधा, पहुँच मार्गों, पुल-पुलियों, उपटों का निर्माण, शिक्षा संस्था भवनों में अतिरिक्त कमरों का निर्माण, चिकित्सक आवास गृह आदि के निर्माण कार्य निष्पक्ष कराये जाते हैं, तथा इस राशि से परिवार मूलक कार्य भी किये जाते हैं।
2. क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम:
जिले के 80ः से अधिक अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों, टोलों में मूलभूत आवश्यक सुविध्णायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासन से प्राप्त अनाबद्ध राशि से स्थानीय जरूरत एवं प्राथमिकता के आधार पर पेयजल सुविधा, नाली, खरंजा निर्माण, प्राथमिक शाला भवनों का निर्माण छात्रावारो/आश्रमों को न्यूनतम आवश्यक सामग्रियों का प्रदान सामूहिक सिंचाई आदि कार्य जनपद पंचायतों के माध्यम से कराये जाते हैं।
3. अनुसूचित जाति बस्तियों का सघन विकास:
योजनान्तर्गत प्राप्त राशि से अनुसूचित जाति बाहुल्य बस्तियायें टालों में बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए पहँुच मार्ग निर्माण एवं मरम्मत, गंदे पानी के निकासी हेतु नाली निर्माण, सामुदायिक भवन, पेयजल व्यवस्था आदि सार्वजनिक उपयोग के कार्य जनपद पंचायतों के माध्यम से संपन्न कराये जाते हैं।
4. सामुदायिक मंगल भवन निर्माण योजना:
इस योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों में निवासरत् अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के सांस्कृतिक, सामाजिक कार्यों को सम्पन्न करने एवं सामाजिक समरसता में वृद्धि करने हेतु मंगल भवनों का निर्माण किया जाता है।
5. विभागीय संस्थाओं के लिये भवनों का निर्माण:
योजनान्तर्गत भवन विहीन छात्रावासों/आश्रमों, उच्चतर माध्यमिक शालाओं, हाई स्कूलों के लिए भवनों के निर्माण एवं साधारण मरम्मत के कार्य एवं अन्य निर्माण एजेंसीयों के माध्यम से कराये जाते है।
6. जैतखाम निर्माण:
महान् संत गुरूघासी दास जी का जन्म स्थली गिरौदपुरी में कुतुब मीनार से भी ऊंची जैतखाम का निर्माण कराया जा रहा है।